Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics in hindi | मत सोच मुसाफिर रे राम करे सो होय हिंदी लिरिक्स |

Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics in hindi | मत सोच मुसाफिर रे राम करे सो होय हिंदी लिरिक्स | Greatbhajan

Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics
Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics

मत सोच मुसाफ़िर रे,राम करे सो होवे लिरिक्स | Mat soch musafir re lyrics | मत सोच मुसाफ़िर रे Rajasthani bhajan lyrics

Mat Soch Musafir Re Ram Kare So Hove mp3



ये भजन mat soch musafir re ram kare so hoye जीवन की सच्ची घटना पर आधारित हे | इस भजन के माध्यम से गायक शहजाद अहमद जी ये कहना चाहते हे की मनुष्य जीवन में हमारा स्वयं का कुछ भी नहीं हे तो हम लोग क्यों तेरा मेरा कर रहे हे | सब कुछ यही पर धरा रह जायेगा | 


अगर कुछ साथ चलेगा तो वो हे हमारे कर्म और व्यवहार इसके अलावा कुछ भी नहीं बचेगा | सब कुछ श्री राम के हाथ में हे अर्थात रामजी करेंगे वैसा ही होगा | खाली हाथ आये थे खाली हाथ जाना हे के सिद्धांत पर इस दुनिया की रीत चल रही हे | जैसे धर्म कर्म हम इस धरती पर करेंगे वे ही हमारे साथ चलेंगे क्युकी अंतिम समय में केवल और केवल हमारे कर्म ही बताएँगे की हमने जीवन में क्या कमाया हे |


वर्तमान समय में किसी को सुख हे दुःख ये सब अपने अपने कर्म पर निर्धारित हे | जैसे हमारे कर्म हे वैसा ही फल हमें भोगना होगा | ये सब भाग्यविधाता निश्चित करेंगे की हमको किस प्रकार का जीवन प्राप्त हुआ हे | परन्तु इन सब से परे हर कोई आज सुख से जीवन जीना चाहता हे | हर कोई एक दूसरे के सुख से परेशान हे | पर वो ये नहीं सोचता हे की ये सब विधाता द्वारा हमारी किस्मत में लिखा हुआ हे | 
इनसे हम कितना ही दूर भाग ले ये हमारा पीछा नहीं छोड़ने वाले | किसी को महलो में भी सुख नहीं हे तो कोई झोपडी में भी चेन की नींद सो रहा हे | इसका सबसे बड़ा कारण हे संतुष्ट मन और सादा जीवन | वो कहते हे न की '' सादा जीवन उच्च विचार '' इसको ध्यान में रखते हुवे संभवत सुख से जीवन जी सकते हे |

Mat Soch Musafir Re Ram Kare So Hove mp3 song | राम करे सो होय भजन लिरिक्स Raam Kare So Hoy Bhajan Lyrics

जन्म से लेकर मरण तक मनुष्य को कई नैतिक जिम्मेदारियां उठानी पड़ती हे और उनका निर्वहन करना होता हे | इस बीच उन सबसे मनुष्य का मोह हो जाता हे | पर वो ये भूल जाता हे की मेरे साथ कुछ भी नहीं चलने वाला | खाली हाथ आया था और खाली हाथ जाना हे | विधाता की मैहर जिस पर होनी हे उस पर होकर ही रहती हे | हर समय एक सा नहीं रहता हे आज अच्छा तो कल बुरा और आज बुरा तो कल अच्छा ये तो जीवन चक्र हे चलता ही रहता हे |

उसी तर्ज पर हम आपके लिए आज एक भजन '' मत सोच मुसाफ़िर रे,राम करे सो होवे लिरिक्स '' लेकर आये हे | जिसका अर्थ हे '' जीवन का सार |'' | ये भजन गाना बहुत ही मधुर और करुणामय हे जो मन को हरने वाला और जीवन की सच्चाई से अवगत करवाने वाला भजन हे | तो आइए मिलकर इस भजन को सुने और जीवन के सार को जाने | ये करुणामय भजन 1996 में shehzad aziz द्वारा राधू की लिछमी एल्बम में गाया गया था |

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Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics in hindi | मत सोच मुसाफिर रे राम करे सो होय हिंदी लिरिक्स

मत सोच मुसाफिर रे , राम करे सो होवे | 
मत सोच मुसाफिर रे, राम करे सो होवे |
कोई सोवे सुख की नींदा , कोई झुर-झुर रोवे | 
मत सोच मुसाफिर रे , राम करे सो होवे || 

धरमी करमी नेमी धेमी , तू बड़भागी भारी | 
महल माळिया बाग बगीचा , खुशिया री फुलवारी | 
नार सुपातर सुन्दर बेटो , गुञ्ज रही किलकारी | 
सगा सम्बन्धी से न पूरे ,चोखी करणी थारी | 
सुख को सूरज चमके , मेहर दाता की होवे | 
कोई सोवे सुख की नींदा, कोई झुर-झुर रोवे | 
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे || 

कुण की निजर लगी हे घर मे , समय बुरो यो आयो | 
पतझड़ आगी पाळो पड़ग्यो , हरयो भरयो मुरझायो | 
काल थी आंगन खुश की किरणा , आज अन्धेरो छायो | 
बुरे वकत री मार जगत मे , रोक नही कोई पायो | 
जद बाड़ खेत ने खाय , खेत रो के होवे | 
कोई सोवे सुख की नींदा , कोई झुर-झुर रोवे | 
मत सोच मुसाफिर रे , राम करे सो होवे || 

हंसो छोड़ चल्यो काया ने , वो पड़ी रह जावे | 
स्वारथ का सब नाता रिश्ता , दो गज जमी ना पावे | 
बेटो बिलखे फाटे छाती , मायड़ कह मत जावे | 
रोक सके रे कोई किने , से का एक दिन आवे | 
माटी मिले माटी मे , माटी ने क्यू रोवे | 
कोई सोवे सुख की नींदा , कोई झुर-झुर रोवे | 
मत सोच मुसाफिर रे , राम करे सो होवे ||  

विधना तेरा खेल निराला , बगिया ओजु खिलजी | 
मोती मणिया फेरु मिलगा , टूटी माला जुडगी | 
नेह को दिवलो प्रीत की बाती , आज रौशनी छागी | 
जगमग जोति जगे आंगनिये , खुशिया पाछी आगी | 
सुरगा पत से ममता , गड़िया सीसा देवे | 
कोई सोवे सुख की नींदा, कोई झुर झुर रोवे रे।
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।

मत सोच मुसाफिर  रे , राम करे सो होवे।
कोई सोवे सुख की नींदा ,  कोई झुर झुर रोवे रे।

मत सोच मुसाफिर रे , राम करे सो होवे।

Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics
Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics

Mat soch musafir re ram kare so hoye lyrics in English | मत सोच मुसाफिर रे राम करे सो होय English लिरिक्स

Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.
Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.

Dharmi karmi nemi dhemi , Tu badbhagi bhari.
Mehal maliye baag bagicha , khusiya ri fulwari.
Nar supatar sundar beto , goonj rahi kilkari. 
Saga sambandhi se n puri , chokhi thari.
Sukh ko suraj chamke , mehar data ki hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.
Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.

Kun ki nijar lagi he ghar ke , samay buro yo aayo.
Patjhar aayo palo padgyo , haryo bharyo murjhayo.
Kaal hi khush ki kirna , aaj andhero chhayo.
Bure vakat ri maar jagat me , koi rok na paayo.
Jad baad khet ne khaye , khet ro ke hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.
Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.

Hanso chhod chalyo kaya ne , vo padi reh jaave.
Swarath ka sab naata rishta , do gaj jami na paave.
Beto bilkhe faate chhati , mayad keh mat jaave.
Rok sake re koi kine , se ko ek din aave.
Mati mile mati me , mati ne kyu rove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.
Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.

Vidhna tera khel nirala , bagiya oju khilgi. 
Moti maniya feru milga , tuti mala judgi.
Neh ko divlo preet ki baati , aaj roshni chhaagi.
Jagmag joti jage aanganiye , khushiya paachhi aagi.
Surga pat se mamta , gadiya sisa deve.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.
Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.

Mat soch musafir re , Ram kare so hove.
Koi sove sukh ki neenda , koi jhur-jhur rove.

Mat soch musafir re , Ram kare so hove.

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