He svar ki devi maa vaani me madhurta do lyrics in hindi | हे स्वर की देवी माँ वाणी में मधुरता दो लिरिक्स | Saraswati aarti lyrics

He svar ki devi maa vaani me madhurta do lyrics in hindi | हे स्वर की देवी माँ वाणी में मधुरता दो लिरिक्स


He svar ki devi maa vaani me madhurta do
He svar ki devi maa vaani me madhurta do

He Svar ki devi maa lyrics

आज हम आपके लिए सरस्वती माँ की वंदना नामक आर्टिकल लेकर आये हे | माता सरस्वती ज्ञान की देवी हे और जिस पर माता सरस्वती की कृपा हो जाती हे वह बुद्धि बल से धनवान हो जाता हे | आज के पोस्ट में माता सरस्वती की प्रार्थना '' हे स्वर की देवी माँ '' के लिरिक्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओ में लेकर आये हे जिन्हे आप आसानी से पढ़कर माता सरस्वती की आराधना कर सकते हे | 
इसके साथ ही एक और वंदना '' या कुन्देन्दु तुषार हार '' के लिरिक्स भी इसी पोस्ट में दिए गए हे | उन्हें भी आप पढ़ सकते है | इसके बाद हम माता सरस्वती की आरती करेंगे क्युकी देवो की आराधना के बाद उनकी आरती करना शुभ माना गया हे इसलिए इसी पोस्ट में अंत में आपके लिए सरस्वती माता की आरती के लिरिक्स दिए गए हे |

हे स्वर की देवी मां सरस्वती वंदना लिरिक्स | He svar ki devi maa vaani saraswati vandana lyrics | सरस्वती आरती इन हिंदी lyrics


He svar ki devi maa vaani me madhurta do lyrics in hindi | हे स्वर की देवी माँ वाणी में मधुरता दो लिरिक्स

हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |
हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |
में गीत सुनाती हु , संगीत की शिक्षा दो |
हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |

सरगम का ज्ञान नहीं, ना लय का ठिकाना हे |
सरगम का ज्ञान नहीं, ना लय का ठिकाना हे |
तुम्हें आज सभा में माँ , हमें दरश दिखाना हे |
संगीत समंदर से सुर ताल हमें दे दो |
हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |

शक्ति ना भक्ति हे , सेवा का ज्ञान नहीं |
शक्ति ना भक्ति हे , सेवा का ज्ञान नहीं |
तुम्हे आज सुनाने को , कोई सुन्दर गान नहीं |
गीतों के खजाने से , एक गीत हमें दे दो |
हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |

अज्ञान ग्रसित होकर , क्या गीत सुनाऊ में |
अज्ञान ग्रसित होकर , क्या गीत सुनाऊ में |
टूटे हुवे शब्दों से , क्या स्वर को सजाउ में |
तुम ज्ञान का स्रोत हो माँ , माँ मुझपे दया कर दो |
हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |

में गीत सुनाती हु , संगीत की शिक्षा दो |
हे स्वर की देवी माँ , वाणी में मधुरता दो |

He svar ki devi maa vaani me madhurta do lyrics in english | हे स्वर की देवी माँ वाणी में मधुरता दो लिरिक्स

He svar ki devi ma , vaani me madhurta do.
He svar ki devi ma , vaani me madhurta do.
Me geet sunati hu , sangeet ki shiksha do.
He svar ki devi ma , vaani me madhurta do.

Sargam ka gyan nahi , naa laya ka thikaana he.
Sargam ka gyan nahi , naa laya ka thikaana he.
Tumhe aaj sabha me ma , hame darash dikhaana he.
Sangeet samandar se , sur taal hame de do.
He swar ki devi ma , vaani me madhurta do.

Shakti naa bhakti he , seva ka gyan nahi.
Shakti naa bhakti he , seva ka gyan nahi.
Tumhe aaj sunaane ko , koi sundar gaan nahi.
Geeto ke khajaane se , ek geet hame de do.
He svar ki devi ma , vaani me madhurta do.

Agyaan grasit hokar , kya geet sunau me.
Agyaan grasit hokar , kya geet sunau me.
Tute huve shabdo se , kya svar ko sajaau me.
Tum gyan ka srot ho ma , ma , mujhpe dayaa kar do.
He svar ki devi ma , vaani me madhurta do.

Me geet sunati hu , sangeet ki shiksha do.
He svar ki devi ma , vaani me madhurta do.

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला भजन लिरिक्स | YA KUNDENDU TUSHARAHARA DHAVALA BHAJAN LYRICS

SARASWATI MATA BHAJAN LYRICS | Ya Kundendu Tusharahara Dhavala Bhajan Lyrics


He svar ki devi maa vaani me madhurta do
He svar ki devi maa vaani me madhurta do

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥

शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌।
हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥२॥

Yaa kundendu tushaar haar dhavala ya shubhravastravrataa.
Ya veena vardandmanditakara ya shwet padmaasana.
Ya brahmaanchyut Shankarprabhratiri devai sadaa vandita.
Sa maa paatu Saraswati bhagwati ni sheshtadyapahaa.

Shuklaam brahmvichaar saar paramaa maadyam jagadvyaapinim.
Veena pustak dhaarinim bhayadam jaadyandhkaaraaphaam.
Haste sfatikmaalikaam vidhdhtim padmaasane sansthitaam.
Vande taam parmeshwarim bhagawatim budhim pradaan shaardaam.

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