Ram chandra keh gaye siya se lyrics in hindi | रामचंद्र कह गये सिया से ऐसा कलजुग आएगा भजन लिरिक्स | हे रामचन्द्र कह गए सिया से | Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics
Ramchandra keh gaye siya se mp3 song
Song Name – Ramchandra keh gaye siya se ( Ram bhajan )
Singer Name – Sonu Nigam
Song Duration – 06:49 mins
Lyrics – Traditional
Category – Devotional Hindi bhajan , Bhakti Bhajan
Morning bhajan , God Bhajan Song, Bhakti Song
रामचंद्र कह गए सिया से भजन लिरिक्स RAM CHANDRA KAH GAYE SIYA SE BHAJAN LYRICS | Ram Chandra Kah Gaye Siya Se Bhajan Lyrics Ram Bhajan Lyrics Hindi
हे जी रे , हे जी रे , हे जी रे |
हे रामचंद्र कह गए सिया से,
रामचंद्र कह गए सिया से, ऐसा कलजुग आएगा |
हंस चुगेगा दाना गुन का, हंस चुगेगा दाना गुन का |
कौआ मोती खाएगा |
हे जी रे |
सिया ने पूछा भगवन
कलजुग में धर्म कर्म को कोई नहीं मानेगा |
तो प्रभु बोले |
धर्म भी होगा कर्म भी होगा, परन्तु शर्म नहीं होगी |
बात बात पे मात-पिता को, बात बात पे मात-पिता को |
बेटा आँख दिखाएगा |
हे रामचंद्र कह गए सिया से |
कदम कदम पर करेंगे दोनों, अपनी अपनी मनमानी |
हे जिसके हाथ में होगी लाठी, जिसके हाथ में होगी लाठी |
भैंस वही ले जाएगा |
हंस चुगेगा दाना गुन का, हंस चुगेगा दाना गुन का |
कौआ मोती खाएगा |
हे रामचंद्र कह गए सिया से |
हे रामचन्द्र कह गए सिया से भजन लिरिक्स - He RamChandra Kah Gaye Siya Se Bhajan Lyrics | रामचंद्र कह गए सिया से lyrics । दशहरा स्पेशल
सुनो सिया कलयुग में, काला धन और काले मन होंगे |
काले मन होंगे |
चोर उच्चक्के नगर सेठ, और प्रभु भक्त निर्धन होंगे |
निर्धन होंगे |
हे जो होगा लोभी और भोगी, जो होगा लोभी और भोगी |
वो जोगी कहलाएगा |
हंस चुगेगा दाना गुन का, हंस चुगेगा दाना गुन का |
कौआ मोती खाएगा |
हे रामचंद्र कह गए सिया से |
मंदिर सूना सूना होगा, भरी रहेंगी मधुशाला |
मधुशाला |
पिता के संग संग भरी सभा में, नाचेंगी घर की बाला |
घर की बाला |
हे केसा कन्यादान पिता ही, केसा कन्यादान पिता ही |
कन्या का धन खाएगा |
हंस चुगेगा दाना गुन का, हंस चुगेगा दाना गुन का |
कौआ मोती खाएगा |
हे रामचंद्र कह गए सिया से,
रामचंद्र कह गए सिया से, ऐसा कलजुग आएगा |
हंस चुगेगा दाना गुन का, हंस चुगेगा दाना गुन का |
कौआ मोती खाएगा |
हे मूरख की प्रीत बुरी, जुए की जीत बुरी |
बुरे संग बैठते भागे ही भागे, भागे ही भागे |
हे काजल की कोठरी में, कैसो ही जतन करो |
काजल का दाग भाई लागे ही लागे रे भाई |
काजल का दाग भाई लागे ही लागे |
हे जी रे
हे कितना जती को कोई, कितना सती हो कोई |
कामनी के संग काम जागे ही जागे, जागे ही जागे |
ऐ सुनो कहे गोपीराम, जिसका है नाम काम |
उसका तो फंद गले लागे ही लागे रे भाई |
उसका तो फंद गले लागे ही लागे
हे जी रे, हे जी रे |
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