चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे लिरिक्स | CHET RE GUMANI JANAM PHER NA MILE LYRICS
Song Name - Chet Re Gumani Jag Mein
Singer - Satish Dehra
Lyrics - Traditional
Song Duration - 05:55 mins
Music - Satish Dehra
Label - Veena Music
Category - Rajasthani Nirgun Bhajan
Nirgun Bhajan Lyrics | Chetawani Bhajan
Chet Re Gumani Jag Me ( From "Jaag Musafir") Lyrics
नमस्कार साथियो | आज हम आपके लिए एक राजस्थानी निर्गुण भजन " चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे लिरिक्स " लेकर आये हे | इस भजन को गीतकार सतीश देहरा जी ने अपनी मधुर आवाज में गाया हे | इस भजन में जीवन को प्रभु की भक्ति में लगाने तथा जीवन में इस काया पर घमंड नहीं करने की चेतावनी दी हे | इन्होने बताया हे की इस शरीर पर घमंड किस बात का करे जबकि ये मिटटी में मिल जाना हे | साथ में कुछ नहीं जाने वाला हे |
इसलिए जीवन को प्रभु की भक्ति में और एक दूसरे के सहयोग में लगाना चाहिए | क्युकी ये हमारा शरीर इस धरती पर मेहमान रूपी ही हे | और जो कोई भी इस शरीर पर घमंड करता हे उस जैसा गंवार कोई नहीं हे | इस भजन के लिरिक्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओ में नीचे दिए गए हे | धन्यवाद |
Chet Re Gumani Jag Mein Janam lyrics | Rajasthani Bhajan | Chet Re Gumani Jag Me Lyrics in Hindi
चेत रे गुमानी जग मे,
चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे |
माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे |
रे माया संग ना चले |
माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
दस तु खोया खेल कूद मे |
बीस गया जोवन की धुल मे |
दस तु खोया खेल कूद मे |
बीस गया जोवन की धुल मे |
चालीस तक त्रिया संग खेल्यो |
चालीस तक त्रिया संग खेल्यो |
पचपन हाथ मले रे माया संग ना चले |
रे माया संग ना चले |
चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे |
माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
रे माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
तन की खाल सिकुड़ सब जायी |
शाही गयी सफ़ेदी आयी |
तन की खाल सिकुड़ सब जायी |
बंदर के जिया मुख हो जाइ |
बंदर के जिया मुख हो जाइ |
डगमग नाड हिले रे माया संग ना चले |
रे माया संग ना चले |
चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे |
माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
रे माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
तु कहता है मेरा मेरा |
ओ मनमुरख कुछ नहि तेरा |
तु कहता है मेरा मेरा |
ओ मनमुरख कुछ नहि तेरा |
आख़िर है परलोक मे डेरा |
आख़िर है परलोक मे डेरा |
कहत कबीर बणे रे माया संग ना चले |
रे माया संग ना चले |
चेत रे गुमानी जग मे जनम ना मिले रे |
माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
रे माया संग ना चले रे माया संग ना चले |
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