एक दिन गंगा रे तीरे – लिरिक्स – Gunje Dharti Re Charo Dham Re – Lyrics | वायरल भजन
Song Credits -
Ek Din Ganga Ri Teere mp3 Song
Song – Ek Din Ganga Ri Teere
Singer - Viru Nehad and Rekha Parmar
Lyrics – Traditional
Music - Swar Studio
Song Duration - 10:37 mins
Music Label - Swar Studio
Category - Chetawani Bhajan
चेतावनी भजन | Rajasthani Bhajan Lyrics
नमस्कार साथियो | आज हम आपके लिए सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र जी को समर्पित एक चेतावनी भजन “ एक दीन गंगा रे तीरे मिलग्या दो बिछड्या प्राणी लिरिक्स “ लेकर आये हे | ये एक राजस्थानी भजन (मारवाड़ी भजन) हे | इस भजन में राजा हरिश्चंद्र की सत्यता के बारे में बताया गया हे की कैसे सत्य का हाथ थामते हुवे उन्हें अपना राजपाट भी छोड़ना पड़ जाता हे | भजन के बोल वीरू नेहड़ और रेखा परमार द्वारा गाये गए हे | ये भजन “तरवर दे ठंडी छाया सरवर दे मीठो पाणी भजन “ बहुत ही सुन्दर हे | इस भजन को सुनकर आपको आनंद आएगा |
एक दिन गंगा रे तीरे मिलग्या दो बिछड्या प्राणी लिरिक्स | एक दिन गंगा रे तीरे | Ek Din Ganga Re Teere | Viral Bhajan
गुंजे धरती रे चारो धाम रे
हरिशचंद्र राजा अमर रेवेगो थारो नाम रे
हरिशचंद्र राजा अमर रेवेगो थारो नाम रे
उगते प्रभाते ढळती शाम रे
उगते प्रभाते ढळती शाम रे
जय जय जुगबाला घर घर पुजीजे थारो नाम रे
सतवादी राजा घर घर पुजीजे थारो नाम रे |
तरवर दे ठंडी छाया सरवर दे मीठो पाणी
पर हित पर मारत पंथी जीवण ने है जिंदगाणी
तरवर दे ठंडी छाया सरवर दे मीठो पाणी
पर हित पर मारत पंथी जीवण ने है जिंदगाणी
जुनी रो मरम पिछाण्यो बणग्यो गुण सागर ज्ञानी
दुर्बल दुखिया रो दाता मानी जो बनकर दानी
मनड़े पर कसदी नी लगाम रे
मनड़े पर कसदी नी लगाम रे,
जय जय जुगबाला घर घर पुजीजे थारो नाम रे
सतवादी राजा घर घर पुजीजे थारो नाम रे |
=दोहा =
दे दीनो सब दान मैं सुर्यवंश सिरमौर
जावे है सब त्याग के भाई राज वंस्त्र तक छोड़ |
कुंप सी कवळी काया सुंदर तारामती राणी
फुला पर चालण वाली काटा पर बहे गुणबाणी
कुंप सी कवळी काया सुंदर तारामती राणी
फुला पर चालण वाली काटा पर बहे गुणबाणी
झुलसे रोहीतास जो बालो तपते तावड़ीये माहि
भुंखा तीरसाया भटके सत रे मारगिये माहि
सत पर जीवतडा बडे चाम रे
सत पर जीवतडा बडे चाम रे
जद म्हारा बीरु अमर रेवेगो थारो नाम रे
सतवादी राजा अमर होवेला जग में नाम रे |
सत रे पत बिक ग्यो सिमरथ
सत पर बिक गयी महाराणी
अवध पुरी रो राजा भरसी शुदर घर पाणी
सत रे पत बिक ग्यो सिमरथ
सत पर बिक गयी महाराणी
अवध पुरी रो राजा भरसी शुदर घर पाणी
मंगतो चादडलो पडगो धरती माँ भी लचकाणी
बहतो वायरियो रुकगो गंगा को थम ग्यो पाणी
कर दीनो भुपत सब लीलाम रे
कर दीनो भुपत सब लीलाम रे
वचनारा बारु अमर रहेगो थारा नाम रे
सतवादी राजा अमर होग्यो रे जुग में नाम रे |
एक दिन गंगा रे तीरे – लिरिक्स – Gunje Dharti Re Charo Dham Re |
एक दीन गंगा रै तिरा मिलग्या दो बिछड्या प्राणी
घड़ीयो ऊंचादे म्हारो बोली तारामती राणी
सैंधी सी आवाज सुणने संभळयो सतवादी दानी
पण अपनो धर्म निभावण करगया वो आनाकानी
झुकग्या दो नैणा कर सलाम रे
झुकग्या दो नैणा कर सलाम रे
जन्मारा भिरु रहग्या हिवडे ने दोनो थाम रे
जन्मारा भिरु रहग्या हिवडे ने दोनो थाम रे |
=दोहा =
सोनो तप कंचन बणे और मत रे जिव हतास
साँच रे मारगिये सदा भाई त्याग तपस्या त्रास |
सोवे हो राज सिंहासन झिलमिलता हिरा मोती
नगरी में प्राण सु प्यारो सबरे नैणा री ज्योती
सोवे हो राज सिंहासन झिलमिलता हिरा मोती
नगरी में प्राण सु प्यारो सबरे नैणा री ज्योती
झुला रे समरा झुळतो ढूळता हा चवर पछाड़ी
तड़पे दिन रात ना ले विश्राम रे हो हो
तड़पे दिन रात ना ले विश्राम रे
मेहनतीया मारू अमर रवैगो थारो नाम रे
सतवादी राजा अमर रवैगो थारो नाम रे |
मिनखा पण दो दिन मेळो दो दिन है अंजळ दाणो
कुण जाणे कितरी सांसा कद जाणे किण ने जाणो
मिनखा पण दो दिन मेळो दो दिन है अंजळ दाणो
कुण जाणे कितरी सांसा कद जाणे किण ने जाणो
बीते है वकत सुहाणी छोड़ो की याद निशाणी
जय जय सतवादी राजा, जय जय हरिशचंद्र दानी
जुग जुग झुकेला कर प्रणाम रे
जुग जुग झुकेला कर प्रणाम रे
जय जय जुगबाला अमर रवेगो थारो नाम रे
सतवादी राजा अमर होवेला जग में नाम रे |
गुंजे धरती रे चारो धाम रे
हरिशचंद्र राजा अमर रेवेगो थारो नाम रे
हरिशचंद्र राजा अमर रेवेगो थारो नाम रे
उगते प्रभाते ढळती शाम रे
उगते प्रभाते ढळती शाम रे
जय जय जुगबाला घर घर पुजीजे थारो नाम रे
सतवादी राजा घर घर पुजीजे थारो नाम रे
घर घर पुजीजे थारो नाम रे |
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