श्री राम को देख के राम भजन लिरिक्स SHRI RAM KO DEKH KE RAM BHAJAN LYRICS

श्री राम को देख के राम भजन लिरिक्स SHRI RAM KO DEKH KE RAM BHAJAN LYRICS


श्री राम को देख के राम भजन लिरिक्स SHRI RAM KO DEKH KE RAM BHAJAN LYRICS
श्री राम को देख के राम भजन लिरिक्स SHRI RAM KO DEKH KE RAM BHAJAN LYRICS

श्री रामनवमी के पावन अवसर पर श्री राम का बड़ा ही शानदार भजन "श्री राम को देख के जनक नंदिनी लिरिक्स" आपके लिए लेकर आये हे | ये भजन "तुम भी बोलो रघुपति भजन लिरिक्स" माता सीता के स्वयंवर का हे | जिसमे प्रभु श्री राम ने शिव धनुष तोड़कर माता सीता से विवाह रचाया | इस भजन के लिरिक्स यहाँ निचे दिया गए हे |

तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति भजन | Tum Bhi Bolo Raghupati Aur Ham Bhi Bole Raghupati Bhajan


श्री राम को देख के जनक नंदिनी,
बाग में खड़ी की खड़ी रह गयी,
श्री राम देखे सिया को सिया राम को,
चार अखियां लड़ी की लड़ी रह गयी |

सिया के ब्याह की बजने लगी है शहनाई,
धनुष को तोड़ने की आज वो घड़ी आई,
जनकपुरी में लगा है आज वीरो का मेला,
उन्ही के बीच में बैठे हुए है रघुराई |


तो कहते है -
की तोड़ने धनवा चले श्री राम राजा रघुपति
और हाथ में माला लिये खड़ी है सीता भगवती
हाथ में माला लिये खड़ी है सीता भगवती
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |

रघुपति जय रघुपति जय रघुपति जय रघुपति
रघुपति जय रघुपति जय रघुपति जय रघुपति |

स्वयंवर सीता का राजा जनक ने रच डाला,
स्वयंवर सीता का राजा जनक ने रच डाला,
धनुष को तोड़ने आयेगा कोई मतवाला,
धनुष को तोड़ने आयेगा कोई मतवाला,
धनुष को तोड़ने आयेगा कोई मतवाला,
हो कोई मतवाला हो कोई मतवाला,
गुरु के साथ मे श्री राम और लखन आये,
गुरु के साथ मे श्री राम और लखन आये,
मिले जो नैन सीता से तो मन मुस्काये,
मिले जो नैन सीया से तो वो मन मुस्काये,
हो प्रभु मुस्काये प्रभु मन मुस्काये,
मायूस है सीता की माता आज सुनैनावती,
मायूस है सीता की माता आज सुनैनावती,
कैसी शर्त अपने रखी है ये मेरे पति,
शर्त कैसी अपने रखी है ये मेरे पति,
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |

श्री राम को देख के राम भजन लिरिक्स SHRI RAM KO DEKH KE RAM BHAJAN LYRICS
श्री राम को देख के राम भजन लिरिक्स SHRI RAM KO DEKH KE RAM BHAJAN LYRICS

धनुष को तोड़ने ये वीर पंक्तियों में खड़े है,
धनुष को तोड़ने ये वीर पंक्तियों में खड़े है,
किसी की मुंछ खड़ी है किसी के नैन चढ़े है,
किसी के नैन चढ़े है किसी के नैन चढ़े है,
लगा के जोर थक गये वो शूरवीर बड़े हैं,
लगा के जोर थक गये वो शूरवीर बड़े हैं,
आज तोड़ेंगे इसे हम वो अपनी जिद पे अड़े हैं,
आज तोड़ेंगे इसे हम वो अपनी जिद पे अड़े हैं,
आज तोड़ेंगे इसे हम वो अपनी जिद पे अड़े हैं,
वो अपनी जिद पे अड़े हैं वो अपनी जिद पे अड़े हैं,
शिव धनुष हिला नहीं आये थे जो सेनापति,
शिव धनुष हिला नहीं आये थे जो सेनापति,
हार के बैठे हुये है बड़े बड़े महारथी,
हार के बैठे हुये है बड़े बड़े महारथी,
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |

गुरु के छू के चरण राम ने धनुष तोड़ा,
गुरु के छू के चरण राम ने धनुष तोड़ा,
धनुष को तोड़ के सीता की तरफ मुह मोड़ा,
धनुष को तोड़ के सीता की तरफ मुह मोड़ा,
धनुष को तोड़ के सीता की तरफ मुह मोड़ा,
प्रभु ने मुँह मोड़ा प्रभु ने मुँह मोड़ा,
सिया चल कर के प्रभु राम के करीब आई,
सिया चल कर के प्रभु राम के करीब आई,
हाथ में माला लिये राम जी को पहनाई,
हाथ में माला लिये राम जी को पहनाई,
हो माला पहनाई हो माला पहनाई,
अरे शान से खड़े हुये हैं आज वो अवधपति,
शान से खड़े हुये हैं आज वो अवधपति,
साथ मे खड़ा हुआ भाई वो लखनजति,
साथ मे खड़ा हुआ भाई वो लखनजति,
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति |


मोहल्ले में और गली गली में खुशियां छाई है,
मोहल्ले में और गली गली में खुशियां छाई है,
मोहल्ले में और गली गली में खुशियां छाई है,
सिया के ब्याह की पावन घड़ी जो आई है,
सिया के ब्याह की पावन घड़ी जो आई है,
जनक की लाडली की आज ये विदाई है,
हो ये विदाई हे हो ये विदाई हे,
सिया के ब्याह की प्रेमी ने महिमा गाई है,
सिया के ब्याह की प्रेमी ने महिमा गाई है,
सिया के ब्याह की प्रेमी ने महिमा गाई है,
हो महिमा गाई है हो महिमा गाई है,
हो महिमा गाई है हो महिमा गाई है,
श्री राम का कर ले भजन इसी में प्यार सदगति,
श्री राम का कर ले भजन इसी में प्यार सदगति,
प्रेमी की कलम में रहे हर घड़ी सरस्वती,
प्रेमी की कलम में रहे हर घड़ी सरस्वती,
अरे तुम भी बोलो अरे तुम भी बोलो
अरे तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति
रघुपति जय रघुपति जय रघुपति जय रघुपति
रघुपति जय रघुपति जय रघुपति जय रघुपति |
रघुपति जय रघुपति जय रघुपति जय रघुपति |
जय रघुपति |

बोलो मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम चन्द्र भगवान की जय |
श्री गुरु चरण सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि |
बरनउ रघुवर बिमल जसु जो दायकु फल चारि |
बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार |
बल बुद्धि विद्या देवू मोहि हरहु कलेश विकार |
जय जय जय सियाराम जय जय जय सियाराम |



SHRI RAM KO DEKH KE mp3 song
Bhajan Name - SHRI RAM KO DEKH KE
Album - Sita Swayamvar
Singer - Guru Chappan Indori
Lyrics - Brajmohan Ji Chouksey
Music - Krishna Pawar
Label - T-Series
Song Duration - 09:25

Category - Ram Bhajan Lyrics ( Ram Bhajan )


आपने इस भजन " रामनवमी स्पेशल | सीता स्वयंवर | तुम भी बोलो रघुपति और हम भी बोले रघुपति" के लिरिक्स/बोल इस लेख में देखे हैं, ऐसे ही अन्य भजनों की लिरिक्स देखने के लिए आप इस साईट ( www.greatbhajan.live ) पर विजिट जरुर करते रहे | इस भजन के गायक और लेखक के विषय में जानकारी ऊपर दी गयी है। हमें पूरी आशा है की यह भजन आपको अवश्य ही पसंद आया होगा | 


साथ ही All New Bhajan Lyrics Collection के लिए www.greatbhajan.live पर आप पधारे इसके लिए हार्दिक आभार | अन्य भजन के लिरिक्स देखने के लिए आप अवश्य ही विजिट करे | इन भजनों के विषय में आपका कोई सुझाव हो तो अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट के द्वारा बताए की आपको यह भजन कैसा लगा | आपके आगमन के लिए आपका हार्दिक आभार |

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